आम तौर पर किसी को भी अगर सुरक्षित रूप से पैसे को इन्वेस्ट करना होता है तो वो या तो FD ( Fixed Deposit ), या तो RD ( Recurring Deposit ) में पैसे डालना पसंद करता है I कुछ लोग जो MIS ( Monthly Income Scheme ) के बारे में जानते हैं वो MIS में भी पैसे डालते हैं I
ये तीन deposit schemes काफी अलग है I ऐसे में अधिकतर समय लोग भ्रमित रहते हैं की कौन सी स्कीम उनके लिए बेहतर है और उन्हें किस चीज़ में पैसे को इन्वेस्ट करना चाहिए I
तो आइए इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे की FD Vs RD Vs MIS में से किसे चुनना चाहिए और कौन सी स्कीम आपको सर्वाधिक फ़ायदा दे सकती है I
FD Vs RD Vs MIS में से किसे चुनना चाहिए ?
Table of Contents
इसका जवाब सरल न होकर थोड़ा समझने वाला है I अतः हम एक-एक विषय को संक्षेप में समझेंगे I
FD क्या होती है ?
FD – फिक्स्ड डिपॉजिट ( Fixed Deposit ) को कहा जाता है I फिक्स्ड डिपॉजिट एक तय इंटरेस्ट रेट पर आधारित investment स्कीम होती है जिसमें आप किसी भी बैंक या NBFC ( Non-Banking Financial Company ) में एक निश्चित रकम ( आपके क्षमता अनुसार ) में जमा करते हैं I
ये रकम एक निर्धारित अवधि के लिए होती है ( जैसे 1 साल , 2 साल , 5 साल आदि ) I इस पुरे अवधि तक आपका पैसा locked रहता हैI अवधि पूरी होने पर आपको FD की तय इंटरेस्ट रेट के मुताबिक रकम जोड़ कर पैसे वापस कर दिए जाते हैं I
FD के फ़ायदे
फिक्स्ड डिपॉजिट के कई फायदे हैं, जैसे –
- आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है और स्टॉक मार्किट के जैसा रिस्क इसमें नहीं होता I अगर आप stock market के बारे में विस्तारपूर्वक जानना चाहते हैं तो कृपया इस लेख को पढ़े I
- जो इंटरेस्ट रेट आपको FD करने के समय बताई जाती है उसी के हिसाब से अवधी पूरी होने पर पैसे लौटा दिए जाते हैं I भले हीं आगे चल कर बैंक की इंटरेस्ट रेट कम हो जाए पर आपसे जो इंटरेस्ट रेट पर FD करवाई गयी है वो कम नहीं होगी I
- अगर आपको लगता है की आप उसको आगे बढ़ाना चाहते हैं तो आप अपने अनुसार उसकी अवधी को बढ़ा भी सकते हैं पर ये आप एक बार FD के मेच्योर होने के बाद हीं करवा पाएँगे I
RD क्या है ?
RD का मतलब होता है Recurring Deposit ( रेकरिंग डिपॉजिट ) I
रेकरिंग डिपॉजिट में आप एक निर्धारित समय तक के लिए एक तय रकम तय इंटरेस्ट रेट के लिए किसी भी बैंक या NBFC में जमा करते हैं I RD के मैच्योर होने के बाद यानि की उस तय अवधी के बाद आपको पूरा पैसा ( आपने जो अब तक जमा किये हैं + उस पर इंटरेस्ट ) आपको return कर दिया जाता है I
RD करवाने के फायदे
1.) RD भी एक पुर्णतः सुरक्षित investment स्कीम है जिसमें किसी तरह के कोई भी बाज़ार के उतर – चढाव का कोई असर नहीं होता I
2.) रेकरिंग डिपॉजिट करवाने में सबसे बड़ा फ़ायदा ये है की आप अपने मन मुताबिक थोड़ी-थोड़ी रकम को हर महीने जमा करवा सकते हैं I एक हीं बार में बड़े रकम को रखने की जरुरत नहीं होती I
3.) RD में जमा किये पैसों पर इंटरेस्ट रेट एक समान होती है और आगे चल कर अगर बैंक के द्वारा इसे कम किया भी जाता है तो आपके खाते पर इसका कोई असर नहीं होगा I
MIS क्या है ?
Monthly Income Scheme ( मंथली इनकम स्कीम ) को हीं MIS कहा जाता है I
MIS एक तरह की FD हीं है I इसमें भी आपको अपने पैसे को एक निश्चित अवधी के लिए बैंक में जमा करते हैं I
पर यहाँ पर आपको इंटरेस्ट हर महीने आपके खाते में भेज दिया जाता है और आपको इसके लिए तय समय के लिए प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती I MIS के बारे में विस्तारपूर्वक जाने के लिए आप इस लेख को अवश्य पढ़ें I
MIS के फायदे
1.) मंथली इनकम स्कीम में investment करने वाले को हर महीने उनका इंटरेस्ट प्राप्त हो जाता है जिसे वो मन मुताबक इस्तेमाल कर सकते हैं I
2.) ये एक secure और सुरक्षित investment स्कीम है जिसमें पैसे पूर्णतयः सुरक्षित रहता है I
3.) अगर आप चाहे तो MIS की अवधी पूरी होने के बाद भी इसे आगे एक्सटेंड ( बढ़ा ) सकते हैं I
FD Vs RD
– FD में आप एक बड़े रकम को एक साथ एक निर्धारित अवधी के लिए बैंक में जमा करते हैं I
– RD में आप एक निर्धारित समय के लिए हर महीने थोड़ी – थोड़ी रकम को भरते हैं I
– दोनों हीं मामलों में इंटरेस्ट रेट Fixed होती है और इसपर किसी भी बाज़ार के उतार-चढ़ाव का कोई फर्क नहीं पड़ताI
RD Vs MIS
– जैसा की ऊपर बताया गया है की RD में आप थोड़ी थोड़ी रकम को जमा करते हैं I RD के मैच्यूर होने पर आपको पुरे पैसे सूद समेत वापस कर दिए जाते हैं I
– वहीँ MIS में आपके पूरे पैसे को एक तय समय के लिए लॉक रखा जाता है I पर इस पुरे अवधी तक आपको हर महीने उसका सूद आपके खाते में जमा करवा दिया जाता है I
– आपका पैसा दोनों केस में पूर्णतयः सुरक्षित रहता है I
FD Vs RD Vs MIS – आपके लिए कौन है बेहतर
1.) अगर आपके पास एक बड़ी रकम है और आपको उसकी जरुरत एक तय समय तक नहीं है तो आपको फिक्स्ड डिपॉजिट कवना चाहिए I
फिक्स्ड डिपॉजिट करने से ये होगा की वो पैसा लॉक हो जायेगा और छह लार भी उसका इस्तेमाल अनावश्यक चीजों में नहीं कर पाएँगे I साथ हीं इसमें आपको बैंक के Savings Account से बहुत ज्यादा हीं इंटरेस्ट मिलता है I
2.) अगर आप एक कामगार हैं, आपकी जीविका उसी पर निर्धारित है और आपके पास ज्यादा पैसे नहीं बचते तो आप रेकरिंग डिपॉजिट अवश्य करवाएं I
RD करवाने से ये हिओगा की आप पर बहुत ज्यादा पैसा का बोझ भी नहीं रहेगा और आप एक सफल investment प्लान का हिस्सा भी बन पाएँगे I
3.) अगर आप एक रिटायर्ड कर्मी हैं , आपने कुछ पैसे बचा के रखे हैं और साथ हीं आप पेंशन पर निर्भर हैं तो आपको MIS स्कीम के लिए अवश्य हीं जाना चाहिए I
मंथली इनकम स्कीम अपनाने से ये फ़ायदा होगा की आपको जहाँ पेंशन में सैलरी का आधा पैसा मिलता है तो आपको एक तय रकम MIS से भी मिलती रहेगी I इससे आप अपने खर्चे और बचत दोनों पर अच्छे से पकड़ बनाए रख सकते हैं I
ये बात गौर करने योग्य है की अभी के समय में FD , RD और MIS सभी के इंटरेस्ट रेट बहुत घटते जा रहे हैं I खैर ये बात और है की बचत खतों के सामान्य इंटरेस्ट रेट भी उसी के अनुपात में कम हो गए हैं I
उदाहरण के तौर पर स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के इंटरेस्ट रेट 2.70% p.a. ( लगभग ) रह गए हैं जो की बस नाम मात्र का हीं रह गया है I जितना इंटरेस्ट नहीं मिलता उससे ज्यादा तो बैंक चार्जेज के नाम पर ( जैसे – ATM चार्ज , चेक बुक, SMS चार्ज इत्यादि ) काट लिए जाते हैं I
अभी के समय में पोस्ट ऑफिस में सबसे ज्यादा इंटरेस्ट रेट प्रदान किया जाता है पर उसके सर्विस के बारे में अवश्य पता कर लें I
इसे भी पढ़ें –
- BOI Monthly Income Scheme
- बैंक ऑफ़ बड़ौदा मुद्रा लोन क्या है
- शेयर मार्किट क्या होता है
- CIF नंबर की जानकारी हिंदी में
निष्कर्ष
आज के समय में जब आय के साधन सिमित होते जा रहे हैं , ऐसे में अपने कठोर परिश्रम से अर्जित पैसे को सही तरीके से निवेश करने की बहुत हीं ज्यादा जरुरत है I
साथ हीं ऑनलाइन frauds और online Scam की बढती वर्दातून से बचने के लिए ये जरुरी है की आप अपने पैसे को सुरक्षित रखें I FD , RD और MIS ऐसे हीं तरीके हैं जिसमें आपके पैसे पूरी तरह से locked रहते हैं I
हाँ ये जरुर है की इन सभी schemes में आपके पैसे अब पूर्व के भांति ज्यादा मुनाफा नहीं देते पर ये एक सुनिश्चित रिटर्न अवश्य देते हैं I अगर आप म्यूच्यूअल फंड , SIP इयादी में निवेश करना चाहते हैं तो अवश्य कर सकते हैं , पर ये जरुर ध्यान रखना चाहिए की इनमें जोखिम भी बहुत होता है I
मार्केट के उतार – चढाव का इनपर सीधा असर पड़ता है वहीँ FD , RD और MIS इससे परे हैं I
अब आपको ये सुनिश्चित करना है की आपके लिए इन तीनों में कौन श्रेष्ठ है और उपरोक्त जानकारी अनुसार आपको ज्यादा लुभाती है I
नोट : FD, RD या MIS लेने से पहले उससे जुड़े सारे दस्तावेज़ गौर से पढ़े तथा सारे नियम व शर्तों को अच्छी तरह समझ लें। जब आप पूरी तरह आश्वस्त हो जाएं तब हीं आगे की प्रक्रिया आपनाएँ ।
उम्मीद है की FD Vs RD Vs MIS से सम्बंधित सारी बुनियादी जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर आपको उपरोक्त जानकारी लाभप्रद लगी तो कृपया इसे औरों के साथ भी अवश्य SHARE करें जिससे औरों की भी मदद हो सके। आशा है की आपसे अगले लेख में फिर मुलाकात होगी ।
आप सभी सकुशल रहें, सतर्क रहें तथा दूसरों को भी जागरूक करें – धन्यवाद ।